बड़ी खबर आज शुबह का Gold Price Today में हुआ भरी गिरावट जाने कितना कीमत कम हुआ

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Gold Price Today अगर आप भी सोने के शौकीन हैं और अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए उपयोगी हो सकती है। विशेषज्ञों ने सोने और चांदी की कीमतों को लेकर अहम अपडेट दिया है।

क्या सोने की कीमतें गिरेंगी?

ऑल इंडिया बुलियन कंपनी के परेश चौहान के मुताबिक, मौजूदा अंतरराष्ट्रीय हालात में अमेरिका खुद इस बात को लेकर असमंजस में है कि इसका सोने पर क्या असर पड़ेगा। जब तक अमेरिका और चीन से जुड़ा अगला आर्थिक डेटा नहीं आता, तब तक सोने की कीमतों में गिरावट की संभावना कम है। सीधे शब्दों में कहें तो अगले तीन महीनों तक कीमतें गिरने की उम्मीद नहीं है।

क्या यह निवेश का सही समय है?

विशेषज्ञ मानते हैं कि यह लंबी अवधि के निवेशकों के लिए सही समय हो सकता है, लेकिन छोटी अवधि में ज्यादा मुनाफे की उम्मीद नहीं है। उनके अनुसार, “सोना व्यापार की वस्तु नहीं है, यह एक वैकल्पिक मुद्रा की तरह है। भारत में लोग सोना खरीदते हैं लेकिन बेचते नहीं हैं, इसलिए इसका रिटर्न फिक्स्ड डिपॉजिट या शेयर बाजार की तरह नहीं देखा जाता। अगर बैंक से 7% रिटर्न मिल रहा है, तो सोने से उतना या उससे कम रिटर्न मिल सकता है।”

छोटे निवेशकों के लिए सलाह

अगर कोई निवेशक 1 लाख रुपये का सोना खरीदता है और उसे तुरंत बेचना पड़ता है, तो जीएसटी, टीडीएस और मेकिंग चार्ज जैसे खर्चों की वजह से उसे कुल रकम का सिर्फ 95-96% ही मिल पाता है।

ज्वेलरी या बुलियन में निवेश – क्या बेहतर है?

बाजार की मान्यता है कि ज्वेलरी खरीदना निवेश नहीं होता। विशेषज्ञों की सलाह है कि अगर निवेश करना है तो बुलियन यानी सोने की ईंट या सिक्के खरीदें। ज्वेलरी में मेकिंग चार्ज और पॉलिशिंग जैसे खर्च जुड़ते हैं, और बेचते समय दुकानदार शुद्धता पर सवाल उठाकर कीमत घटा सकता है।

अंतरराष्ट्रीय ट्रेंड और सोने का कारोबार

विदेश से आने वाला सोना भारत के फ्री ज़ोन (जैसे सूरत, श्रीसिटी) में स्टोर किया जाता है और जरूरत पर ही देश के अंदर लाया जाता है। इस कारोबार में बहुत ही कम मुनाफा होता है – कभी-कभी केवल 0.01% प्रति किलो। इसलिए बाजार में मामूली उतार-चढ़ाव भी बड़े असर डाल सकते हैं।

क्या छोटे शहरों में रेट अलग होते हैं?

हां, विशेषज्ञों का कहना है कि मुंबई जैसे बड़े शहरों में सोने की कीमत अलग होती है, जबकि जलगांव, सोलापुर जैसे छोटे शहरों में रेट थोड़ा कम होता है। इसकी वजह है ट्रांसपोर्ट और जोखिम का खर्च जो छोटे शहरों से बड़े शहरों में माल भेजते समय जुड़ जाता है। इससे छोटे ग्राहक को थोड़ा नुकसान हो सकता है।

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